One Year BEd Course: 10 साल बाद फिर आया 1 साल का बीएड कोर्स देखे देखें किन-किन लोगों को मिलेगा फायदा कैसे होगा एडमिशन

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अगर हम भी जाना चाहते हैं इस कोर्स में किसी दाखिला मिलेगा, हम आपको बता देंगे इसकी मंजूरी तो दे दी गई है और इस कोर्स के लिए कौन एलिजिबल है उसकी पूरी जानकारी हम देंगे। आज के समय में टीचर एक अच्छी नौकरी मानी जा रही है जो भी टीचर बनते हैं उनकी तनक भी अच्छी होती है इसीलिए काफी बच्चों b.Ed के थ्रू इसमें अपना करियर बनाते है। लेकिन अब आपको बताने की b.Ed करने के लिए किसी लंबे समय का कोर्स करने की जरूरत नहीं है शिक्षा नीति ने 10 साल बाद फिर से शुरू की है 1 साल का b.Ed कोर्स। आईए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।

एनसीटीई का मुख्य उद्देश्य  शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देना और विद्यार्थियों को शिक्षक बनने का अवसर देना है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए लाभकारी होगा, जो शिक्षा को अपने पेशे के रूप में अपनाना चाहते हैं और जल्द ही नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं नई शिक्षा नीति के अनुसार यह पॉलिसी में परिवर्तन सत्र 2026-27 से लागू होगा, जिसके बाद एक वर्षीय बीएड डिग्री के तहत अपना कोर्स पूरा कर सकते हैं हालांकि एक वर्षीय बीएड को पशुरू  करने का निर्णय विभाग ने 2 वर्षीय बीएड के साथ लिया है, और यह सत्र 2026-27 से प्रभाव में आएगा। यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए होगा जो 4 वर्षीय यूजी कोर्स करने की इच्छा रखते हैं या कर चुके हैं। एक वर्ष का बीएड पाठ्यक्रम शैक्षणिक वर्ष 2026-27 से प्रारंभ होगा। इस परिवर्तन को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अंतर्गत शुरू किया जा रहा है।।

किस कि बैठक में मिली इसकी मंजूरी

हाल ही में नेशनल कौंसिल ऑफ़ टीचर एजुकेशन की थी इसी बैठक में एक वर्ष के b.Ed की मंजूरी दी गई थी हम आपको बता दें कि इसके अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि अब फिर से इस कोर्स को लाया जाएगा। हम आपको बता दे कि मैं रेगुलेशन 2025 को भी मंजूरी दी गई है।

10 साल के बाद फिर से शुरू किया गया।

तो हम आपको बता दें कि 1 साल के बीएड कोर्स को सिर्फ वही कर सकते हैं। जिन्होंने पहले से अपना ग्रेजुएशन पूरा कर रखा होगा और उनके पास कोई पोस्ट ग्रेजुएशन की भी डिग्री होगी। तो जानकारी के अनुसार बताई जा रही है कि 1 वर्ष के b.Ed कोर्स को 2014 में बंद कर दिया गया था, लेकिन 2015 में इस कोर्स में अंतिम बैच का दाखिला लिया गया था और अभी से फिर से पूरे 10 साल बाद वापस से शुरू किया जा रहा है।

दिव्यांग बच्चों के समर्थन के लिए दो वर्षीय स्पेशल बीएड प्रोग्राम को पहले ही समाप्त कर दिया गया है। इस कोर्स  की मान्यता अब समाप्त हो गई है. वहीं पहले सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा था कि बीएड कोर्स कर रहे उम्मीदवार प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए योग्य नहीं हैं। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा था कि प्राथमिक शिक्षक के तौर पर बनने के लिए दो साल का डीएलएड कोर्स  करना अनिवार्य है। सुप्रीम कोर्ट ने NCTE के 2018 के उस अधिसूचना को निरस्त कर दिया था, जिसमें बीएड डिग्री वाले उम्मीदवारों को प्राथमिक शिक्षक के पद के लिए योग्य माना गया था।

इस कोर्स के लिए कौन पात्र है

अगर आप भी 1 साल का बीएड कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं। तो हम आपको बता दे कि इसके लिए सिर्फ वही छात्र एलिजिबल हैं। जो की पहले से ही 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स कर रखे होंगे और उनके पास पोस्ट ग्रेजुएशन में भी एक डिग्री हासिल होगी। तभी वह इस कोर्स में एडमिशन लेकर अपना टीचर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं अगर आप भी 1 साल का b.Ed कोर्स करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि उसके लिए आपको सबसे पहले 4 साल का ग्रेजुएशन करना होगा उसके बाद आपको पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद इस कोर्स के लिए एलिजिबल कर दिया जाएगा नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन में शनिवार को ही इस बात की मंजूरी दी है।

प्रोफेसर पंकज अरोड़ा के अनुसार, ‘भारत के 64 शिक्षा संस्थानों में 4 साल का इंटीग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) फ़िलहाल  में चल रहा है। यहां छात्र अपनी मान  के विषय में बीएड कर सकते हैं। अब इस कोर्स  में योगा एजुकेशन, ITEP फिजिकल एजुकेशन, ITEP संस्कृत, ITEP परफॉर्मिंग आर्ट एजुकेशन जैसे विशेष धाराओं को जोड़ा जाएगा। ITEP एक चार वर्षीय दोहरी समग्र स्नातक डिग्री (डुअल इंटीग्रेटेड ग्रेजुएशन डिग्री) है, जो फिलहाल बीए-बीएड, बीकॉम-बीएड और बीएससी- बीएड में राखी गयी है।

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